आजकल सोशल मीडिया पर सपा गठबंधन प्रत्याशी स्वामी ओमवेश जी जैसे किसी शख़्स की कुछ तस्वीरें ख़ूब शेयर की जा रही हैं।
हिन्दू मंच पर स्वामी जी की तस्वीरें
![स्वामी ओमवेश हिन्दू मंच पर](https://shastrisandesh.co.in/wp-content/uploads/2022/02/FB_IMG_1644316212907-1024x567.jpg)
इन तस्वीरों में साफ-साफ नज़र आ रहा है कि वर्तमान गठबंधन प्रत्याशी स्वामी ओमवेश की कदकाठी का कोई शख़्स भगवा वस्त्र पहनकर एक हिन्दू संगठन के मंच पर बैठा हुआ है। कुछ तस्वीरों में यह शख़्स मंच से उतरते हुए और कुछ में भाषण देते हुए भी दिखाई दे रहा है।
क्या वह शख़्स स्वामी ओमवेश ही है
![सपा प्रत्याशी स्वामी ओमवेश हिन्दू मंच पर कितना सच कितना झूठ](https://shastrisandesh.co.in/wp-content/uploads/2022/02/Screenshot_2022-02-08-17-24-12-41_a23b203fd3aafc6dcb84e438dda678b6-1024x623.jpg)
तस्वीरों में भगवा वस्त्र पहने इस लम्बे-चौड़े इंसान को स्वामी ओमवेश बताया जा रहा है। हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं। किंतु अभी तक स्वामी ओमवेश खेमे से किसी ने भी इन तस्वीरों के विरोध में कोई बयान जारी नहीं किया है। और न ही किसी ने कोई खण्डन ही किया है।
यह केवल राजनीतिक हथकंडा ही है
अब ऐसे में यह कहना बहुत मुश्किल है कि सच्चाई क्या है। हालांकि फिलहाल इस प्रकार की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करना केवल राजनीतिक हथकंडा ही कहा जायेगा।
स्वामी ओमवेश एक लंबे समय से भगवा वस्त्र पहनते हैं
स्वामी ओमवेश एक लंबे समय से भगवा वस्त्र पहनते हैं और आश्रम में रहते हैं। हिन्दू होने के नाते हिन्दू संगठनों के मंचों पर जाना उनका कर्त्तव्य भी बनता है। और कोई भी हिन्दू अपने धर्म के मंचों पर जा सकता है। भला इसमें किसी को क्या एतराज़ हो सकता है।
क्या सपा को नहीं पता था
एक और बात, और वह यह कि क्या समाजवादी पार्टी के मुखिया श्री अखिलेश यादव अथवा उनके सलाहकार समिति के सदस्यों और बिजनौर समाजवादी के जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन को नहीं पता था कि स्वामी जी भगवाधारी हिन्दू हैं और जाहिर है कि हिन्दू संगठनो के साथ उनके मधुर सम्बन्ध रहे हैं और आगे भी रहेंगे।
चुनाव के लिए धर्म कौन बदलता है
अब एक पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए कोई धर्म तो बदलेगा नहीं, और स्वामी ओमवेश अब कलमा तो पढ़ने से रहे। जब अखिलेश यादव और उनके पिता श्री मुलायम सिंह यादव ने आजतक कलमा नहीं पढ़ा तो भला स्वामी ओमवेश से यह उम्मीद करना बेमानी ही है।
ओमवेश जी ने यातनाएं भी तो सही थीं
ओमवेश जाट समुदाय से हैं औऱ 1995-96 में उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय को अधिकार दिलाने के लिए रातभर पुलिस की यातनाओं को झेला भी था। स्वामी जी की धर्मनिरपेक्ष छवि को देखकर ही तो समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया होगा। अखिलेश यादव तो स्वामी ओमवेश जी को हमेशा अपने क़रीब बैठाते रहे हैं।
अखिलेश यादव तो ख़ुद ही…..
दूसरे, अखिलेश यादव के पिताश्री आदरणीय मुलायम सिंह यादव की भी तो कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर ख़ूब शेयर की गई थीं जिसमें वह संघ प्रमुख श्री मोहन भागवत के संग बैठे हुए थे। अब भला क्या आप “मुल्ला” मुलायम सिंह पर भी संदेह करेंगे। ख़ुद श्री अखिलेश यादव भी तो कई बार प्रदेश प्रमुख श्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठे नज़र आये हैं।
और तो और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के शपथ ग्रहण समारोह में सपा नेता उपस्थित रहे हैं।
अग्निवेश के शिष्य हैं ओमवेश
कुल मिलाकर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि स्वामी ओमवेश एक आर्यसमाजी हिन्दू होने के साथ-साथ स्वर्गीय स्वामी अग्निवेश के प्रिय शिष्य भी रहे हैं जो कि पूरे देश में अपनी “धर्मनिरपेक्ष छवि” के लिए जाने जाते रहे हैं।
बहरहाल, स्वामी ओमवेश को कट्टरपंथी हिन्दू साबित करने की जो कोशिश कुछ कट्टरपंथी लोगों द्वारा की जा रही है, उसे मुस्लिम समाज कितना स्वीकारता है यह अभी भविष्य के गर्भ में है।
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