मुस्लिम समाज का हित केवल बसपा में ही सुरक्षित है। यह चांदपुर बसपा प्रभारी डॉ. शकील हाशमी का कहना है। शकील हाशमी ने “शास्त्री सन्देश” से एक बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
अन्य दल मुस्लिम को केवल वोटबैंक समझते हैं
डॉ. शकील हाशमी का कहना है कि अन्य सभी विपक्षी दल मुस्लिम, शोषित और वंचित समाज को केवल अपना “वोटबैंक” समझते हैं। यह दल मुसलमानों का वोट तो लेना चाहते हैं लेकिन उन्हें प्रतिनिधित्व देने से बचते हैं। जबकि बसपा ने हमेशा “जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी” का नारा दिया है।
मुस्लिम को भेड़-बकरी की तरह हांकने में विश्वास रखते हैं
उन्होंने आगे कहा कि कुछ ‘सो कॉल्ड सेक्युलर दल’ मुसलमानों को भेड़-बकरियों की तरह हांकने में विश्वास रखते हैं। जबकि बहन मायावती के नेतृत्व में मुस्लिम, शोषित और वंचित समाज को हमेशा ही सम्मान मिला है।
मुस्लिम समाज को कभी किसी दिक़्क़त का सामना नहीं करना पड़ा
उन्होंने कहा कि बहन मायावती के शासनकाल में मुस्लिम समाज को कभी किसी दिक़्क़त का सामना नहीं करना पड़ा। कोई मॉबलिंचिंग नहीं हुई। और न ही फर्जी एनकाउंटर हुए।
उन्होंने आगे कहा कि बहन मायावती ने कभी “शो मैन” बनने की कोशिश नहीं की और न ही मुसलमानों को किसी धर्म अथवा संगठन विशेष से डराने का कोई प्रयास ही किया।
प्रदेश की जनता “सुशासन” चाहती है
डॉ. शकील हाशमी ने कहा कि प्रदेश की जनता “सुशासन” चाहती है। गरीब, शोषित, वंचित और दलित समाज को न्याय दिलाने का काम केवल बसपा सरकार में ही सम्भव हो सकता है। बहन मायावती ने हमेशा मुस्लिम समाज को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। और उनके सर्वांगीण विकास का हरसम्भव प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को मुस्लिम समाज का पूर्ण सहयोग मिलेगा। ऐसा हमें विश्वास है।