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1- मनुस्मृति की महत्ता एवं प्रभावभारतीय साहित्य में मनुप्रोक्त स्मृति का “मनुस्मृति” “मनुसंहिता” “मानवधर्मशास्त्र” आदि कई नामों...
ॐ बाएं कंधे पर जनेऊ रखकर, दाहिने हाथ को बाहर निकालने से द्विज “उपवीती” कहा जाता है....
मोहन भागवत का जन्म तो ११ सितम्बर १९५० को महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था. लेकिन चंद्रपुर...
ॐ ब्रह्मचारी दंड लेकर, सूर्य का आराधन और अग्नि की प्रदक्षिणा करके विधिपूर्वक भिक्षा करके विधिपूर्वक भिक्षा...
ॐ वेदाध्ययन और उसके अर्थज्ञान से बढ़ा तेज ब्रह्मवर्चस है. उसकी इच्छावाले ब्राह्मण का पांचवे वर्ष, बलार्थी...
ॐ जो पुरुष, अर्थ-प्रयोजन, काम-अभिलाप में नहीं फंसे हैं उनको धर्म ज्ञान होता है. धर्म जानने वालों...
ॐ अब धर्म का सामान्य लक्षण कहते हैं- वेद्विशारद, धार्मिक, राग-द्वेष से रहित, महात्माओं ने जिस धर्म...