उत्तर प्रदेश में अभी विधानसभा चुनाव काफी दूर हैं, लेकिन चांदपुर में अभी से कुछ लोगों ने 2022 के चुनावों के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद तो समझिए कि हर शख़्स अपने आपको विधायक मानने लगा है। ख़ासतौर से मुसलमानों में ज़्यादा उत्साह देखा जा रहा है। केजरीवाल एन्ड पार्टी ने जिस तरह से भाजपा के अरमानों और दावों पर पानी फेरा है उसके बाद से तो विपक्षियों में उत्साह की लहर से चल पड़ी है। और चांदपुर में उस लहर का पूरा असर दिखाई दे रहा है।
सुनने में तो यह आ रहा है कि इस बार कुछ नए मुस्लिम चेहरे भी अपना भाग्य आजमाने की तैयारियां कर रहे हैं। ओवैसी एन्ड पार्टी से भी कई दावेदार ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के टिकट के लिए तो अभी से कई लोगों ने सिफारिशें और कोशिश शुरू कर दी हैं।
अभी कुछ दिन पहले एक साहब ने हमें अपने दौलतखाने पर दावत दी थी, जहां उन्होंने एक ऐसे चेहरे को हमसे मिलवाया जो हमने पहले कभी चांदपुर की राजनीति में नहीं देखा था, उन्होंने बताया कि इस बार 2022 के चुनाव में वह भी ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं।
पुराने मुस्लिम चेहरों में इक़बाल ठेकेदार, शेरबाज पठान मुख्य हैं, हालांकि अभी तक मौहम्मद अरशद के विषय में यही सुनने में आया है कि इस बार वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन राजनीति में हम किसी का विश्वास नहीं करते। वैसे भी ख़बर तो यह है कि आजकल अरशद साहब साईकिल पर बैठने की तैयारियों में लगे हैं। उधर स्वामी ओमवेश भी अपनी तिकड़में लगा रहे हैं।
अब इस पर हमारा ख़ास ध्यान है कि बसपा पर किसका सिक्का मज़बूत रहेगा, और हाथी पर कौन सवारी करेगा?
बहरहाल, अभी तो ईद दूर है अभी से रोज़े की तैयारियां क्यों?