पूर्व विधायक मौहम्मद इक़बाल ठेकेदार के बसपा से निष्कासन को लेकर दलित और मुस्लिम समाज में रोष बढ़ता ही जा रहा है. दलित समाज के एक बड़े वर्ग का यह मानना है कि इकबाल ठेकेदार का निष्कासन का निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जबकि पार्टी को ऐसे सभी लोगों की बेहद जरूरत है जो कि पार्टी और पार्टी सुप्रीमों बहन मायावती के हमेशा वफादार रहे हैं. इस वर्ग का यह भी मानना है कि मुहम्मद इक़बाल ठेकेदार एक बेहद सुलझे हुए और कुशल राजनीतिज्ञ हैं, और दलित समाज में हमेशा घुलमिलकर रहे हैं.
दलित समाज के कुछ जिम्मेदार लोगों ने बसपा मुरादाबाद के मंडल कोर्डिनेटर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने सहित अन्य बेहद गम्भीर आरोप लगाते हुए एक प्रेस नोट जारी किया है. इस प्रेस नोट के अनुसार-
१- बसपा का उक्त मंडल कोर्डिनेटर अपनी ही पार्टी बहुजन समाज पार्टी के ख़िलाफ़ सन २०१० में जिला पंचायत का चुनाव लड़ा था.
२- उक्त व्यक्ति ने सं २०१० के ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अबरार अहमद के खिलाफ पैसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चरण सिंह को लड़वाया था.
३- उक्त व्यक्ति पर यह भी आरोप है कि उसने २०१२ में अपनी ही पार्टी (बसपा) के महान दल के तत्कालीन विधानसभा उम्मीदवार को चुनाव लडवाया था.
४- २०१७ में ब्लॉक प्रमुख का उपचुनाव आबिदा अंसारी के खिलाफ पैसे लेकर बीजेपी के तत्कालीन उम्मीदवार को लडवाया था.
५- विधानसभा चुनाव २०१७ में बसपा के तत्कालीन उम्मीदवार मौहम्मद इकबाल ठेकेदार के खिलाफ बीजेपी के उम्मीदवार को चुनाव लड़वाया था, तथा साथ ही नहटौर व नगीना विधानसभाओं में भी पार्टी के विरुद्ध पैसे लेकर वोट देने को बीजेपी के लिए प्रचार-प्रसार किया तथा हर चुनाव हमारे ऊपर अन्य पार्टी को वोट देने के लिए दबाव बनाता है.
६- उपचुनाव जिला पंचायत अध्यक्ष का २०१७ में पैसे लेकर पार्टी के खिलाफ समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार का प्रस्तावक बनकर चुनाव लड़ाया.
उक्त आरोपों में कितनी सच्चाई है इस पर कोई भी टिपण्णी करना सर्वथा अनुचित होगा क्योंकि यह बसपा का अंदरूनी मामला है. किन्तु एक बात निश्चित है कि दाल में कुछ तो काला है. इस प्रेस नोट पर दलित समाज के सैंकड़ों लोगों के हस्ताक्षर हैं, जिसमें नरदेव सिंह (पूर्व प्रधान शरीफपुर), धरमपाल सिंह (प्रधान हुसैनपुर ख़ास, मंद्य्यो), ओमपाल सिंह (ग्राम प्रधान खेडकी), राजेंद्र सिंह जाटव(सदस्य जिला पंचायत, बिजनौर), चरण सिंह (पूर्व प्रधान, बसंतपुर) का नाम प्रमुख है.