भारतीय मूल के सुन्दर पिचाई अब गूगल की पैरेंट कम्पनी अल्फाबेट इंक के सीईओ की भी जिम्मेदारी सम्भालेंगे. इसके साथ ही वह दुनिया के सबसे शक्तिशाली कॉर्पोरेट लीडर्स बन गए हैं. एक समय था जब सुन्दर पिचाई केवल दो कमरों वाले घर में रहते थे. उनके परिवार में टीवी और टेलीफोन तक नहीं था. आज उसी सुन्दर पिचाई की एक घंटे की कमाई एक करोड़ साठ लाख रूपये है. २०१८ में सुन्दर ने कुल ४७ करोड़ डालर कमाए थे, जोकि भारतीय रुपयों में 3, 337 करोड़ होते हैं.
सुंदर पिचाई का जन्म १२ जुलाई १९७२ को चेन्नई में हुआ था. सुन्दर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदरराजन पिचाई है. सुन्दर का बचपन चेन्नई के अशोक नगर में बीता जहाँ से उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय से कक्षा १० तक की पढाई की थी. उसके बाद आई.आई.टी खड़गपुर में दाखिला लिया और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग से डिग्री हासिल की थी. उनके पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और माता का नाम लक्ष्मी है. रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश कम्पनी “जनरल इलेक्ट्रिक कम्पनी” में वरिष्ठ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. सुन्दर ने स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय से मेटेरियल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ़ साइंस किया और बाद में पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय से एम.बी.ए की शिक्षा ग्रहण की थी. उसके बाद उन्होंने एप्लाइड मटेरियल में इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट मैनेजमेंट में कार्य किया. उसके बाद उन्होंने मैकिन्स एंड कम्पनी में मैनेजमेंट कंसल्टिंग में कार्य किया.
सुन्दर पिचाई ने सन २००४ में गूगल ज्वाइन किया जहाँ उन्हें उत्पाद प्रबन्धन और नई खोजों और नए विचारों से सम्बन्धित कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई. १९ नवम्बर २००९ में सुन्दर पिचाई क्रोम ओ.एस का प्रदर्शन किया और उसके बाद क्रोम्बूक को सन २०११ में जांच व परिक्षण के लिए उतारा गया था. उसके बाद से सुन्दर पिचाई ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल २०१५ में उन्हें गूगल का सीईओ बनाया गया था.